डॉ. कठेरिया ने आरम्भ की भ्रष्टाचार के खिलाफ माटी अर्पण न्याय-यात्रा
भ्रष्टाचार के खिलाफ माटी अर्पण न्याय-यात्रा आगे जबलपुर, प्रयागराज, अयोध्या, लखनऊ, और मथुरा से होते हुए नई दिल्ली पहुंचेगी।
यात्रा के पूर्णता होने पर, राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर नमन अर्पित करेंगे, जबकि शिक्षा मंत्री को दीक्षाभूमि और सेवाग्राम की पवित्र मिट्टी सौंपी जाएगी।
वर्धा, माटी अर्पण न्याय-यात्रा 2024 की शुरुआत आज 15 अक्टूबर को डॉ. धरवेश कठेरिया ने वर्धा के गांधी हिल से आरम्भ की। इस यात्रा का नेतृत्व शिक्षक संघ महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय एवं सह-आचार्य डॉ. धरवेश कठेरिया कर रहे हैं। डॉ. कठेरिया ने हिंदी विश्वविद्यालय के गांधी हिल स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर सूत माला पहनाकर एवं पुष्प अर्पित करते हुए इस यात्रा का शुभारंभ किया। इसके बाद उन्होंने डॉ. बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को प्रणाम एवं पुष्प अर्पित किए। तदोपरांत माटी अर्पण न्याय-यात्रा हिंदी विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से हुए विश्वविद्यालय परिसर में पैदल पथ चलन से आरम्भ किया गया। विश्वविद्यालय के पैदल भ्रमण के बाद शिवाजी द्वार से पंजाबराव कॉलोनी होते हुए मुख्य मार्ग पर आए। डॉ. कठेरिया के साथ अनेक जनमानस और नगरवासी इस यात्रा में सम्मिलित होकर सहगामी बने। इस कारवां में जुड़ते हुए लोग उनके साथ बापू की कर्म भूमि सेवाग्राम आश्रम तक पैदल गए। बापू कुटी में सत्य की माटी को स्मरण करते हुए यात्रा का कारवां नागपुर के लिए जारी रहा। नागपुर मुंबई के बहरी राजमार्ग होते हुए डॉ. कठेरिया ने दीक्षाभूमि में मीडिया और जनमानस को संबोधित किया। कड़ी धूप में उन्होंने नागपुर के मार्ग को दृढ़ता से पैदल चलकर संविधान चौक पर नागरिकों से मुलाकात की। भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने साथ आने वाले जनमानस के प्रति उन्होंने आभार व्यक्त किया। नागरिकों के साथ संवाद के बाद वे अगले गंतव्य के लिए रामटेक तथा जबलपुर के लिए यात्रा जारी राखी।
बताते चलें कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य देशभर में हो रहे अकादमिक भ्रष्टाचार और शिक्षा संस्थानों में बढ़ती अराजकता के खिलाफ आवाज उठाना है। यह यात्रा हिंदी विश्वविद्यालय बचाओ अभियान के अंतर्गत आयोजित की गई है। जिसके तहत वर्धा के सेवाग्राम से सत्य की मिट्टी और नागपुर के दीक्षाभूमि से न्याय की मिट्टी लेकर दिल्ली के राजघाट तक पदयात्रा जारी रहेगी। इस यात्रा का प्रमुख उद्देश्य शिक्षा जगत में हो रहे कदाचार पर रोक लगाने के लिए समाज को जागरूक करना और शिक्षा मंत्रालय तक अपनी मांगों को पहुंचाना है।
डॉ. कठेरिया ने AGCNN के संवाददाता को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में शिक्षा संस्थानों में संविधान और नीतियों के विरुद्ध कार्य हो रहे हैं, जो अस्वीकार्य हैं। इसलिए, यह आवश्यक हो गया है कि अकादमिक प्रणाली को स्वच्छ और पारदर्शी बनाया जाए।
भ्रष्टाचार के खिलाफ माटी अर्पण न्याय-यात्रा आगे जबलपुर, प्रयागराज, अयोध्या, लखनऊ, और मथुरा से होते हुए नई दिल्ली पहुंचेगी। यात्रा के पूर्णता होने पर, राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर नमन अर्पित करेंगे, जबकि शिक्षा मंत्री को दीक्षाभूमि और सेवाग्राम की पवित्र मिट्टी सौंपी जाएगी।